Amla एक ऐसा फल जिसकी तुलना आयुर्वेद मे अमृत से की गई है। आयुर्वेद मे आंवले को सबसे प्रमुख स्थान दिया गया है। आयुर्वेद मे आंवले को प्रकृति का वरदान माना जाता हैं। वहीं चाइनीज मेडिसिंस भी आमले को लाइफ सेवर कहती हैं। Amla मे फाइबर, विटामीन सी, मिनरल्स, फाइटो न्यूट्रीशन कूट कूट के भरे हुए है। आयुर्वेद मे आंवले को प्रमुख रसायन कहा जाता हैं, जो बुढ़ापे को रोकने मे या फिर उसकी प्रोसेस को स्लो करने वाले पूरे न्यूट्रिएंट से भरपूर होता हैं। आंवला एंटी ऑक्सीडेंट, इम्यूनिटी बूस्टर, एंटी एजिंग का एक शक्तिशाली स्रोत है.
हिन्दी नाम – आंवला
अंग्रेजी नाम – इंडियन गुजबेरी
लैटिन नाम – एम्ब्लिका ऑफिसिनलिस लिन
संस्कृत नाम – अम्लाकी
आंवले के फायदे और औषधी गुण
विटामिन सी और मिनरल्स से भरपूर
कई तरह के पोषक तत्वों के साथ Amla मुख्य स्रोत है विटामिन सी का जो शरीर मे तैयार होने वाले फ्री रैडिकल्स से बचाता हैं। Amla के एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रैडिकल्स को न्यूट्रलीज करते है, उन फ्री रैडिकल्स को फिर से जोड़ते है। इन फ्री रैडिकल्स को न्यूट्रलीज करना बहुत ही जरूरी है क्योंकि यहीं फ्री रैडिकल्स अनहेल्दी सेल्स आगे चलकर अनेकों समस्याओं का कारण बन जाए जाते है, इन्फ्लेमेशन, हार्ट डीजीस, कैंसर जैसे अनेक दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बन जाते है। इन सभी समस्याओं पर प्रभावी ढंग से काम करता हैं Amla। पुरुष को लगभग 90mg और महिला को 75mg विटामिन सी रोज़ चाहिए होता हैं। एक Amla मे विटामिन सी 500mg तक होती हैं। विटामिन सी लेने लिमिट 2000mg तक होती हैं। शोधकर्ताओं के एक अध्ययन मे पाया गया की Amla कांस्टिपेशन को ठिक करता हैं, एसीडिटी को रोकता हैं और, वायरल इन्फेक्शन, डायरियां और कैंसर तक को प्रीवेंट कर सकता हैं। मॉडर्न साइंस मे amla को कैंसर प्रीवेंट भी कहा गया हैं। Amla विटामिन सी का रिचेस्ट स्त्रोत तो है ही लेकिन एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इनफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टेरियल होता हैं, जो इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिकारक शक्ति को मजबूत बनाता हैं। बार बार होने वाले इन्फेक्शन, नजला, जुखाम को नहीं होने देता, दीर्घकालिक बीमारियों से बचाएं रखता हैं.
एंटी एजिंग
बुढ़ापे को रोकने के लिए कोलेजन एक अत्यावश्यक स्त्रोत हैं जो स्कीन, कार्टिलेज, लिगामेंट्स और रक्त वाहिकाएं को बढ़ाता हैं, और यह कोलेजन जीतना शरीर मे रहेगा चेहरा उतना ही टाइट ओर रिंकल फ्री रहेगा, Amla के नियमित सेवन से ये शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालता हैं और फ्री रैडिकल्स को होने से रोकता हैं। Amla नैचुरली कोलेजन को प्रोडयूस करता हैं जो स्कीन को युवा बनाएं रखने में, जोड़ों, कमर और लिगामेंट्स को स्वस्थ बनाएं रखने मे काफ़ी फायदेमंद होता हैं.
दिल के स्वास्थ के लिए
Amla में घुलनशील फाइबर होते है जो कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को देरी करते है। Amla मे पेक्टिन और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो bad कोलेस्ट्रोल को कम करते है और good कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते है। एक अध्ययन मे यह पाया गया कि Amla के नियमित सेवन से यह ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है, जो मुख्य कारण होता हैं हार्ट अटैक का, दिल के कमजोर होने का, चुकीं इसमें एंटी एथेरोजेनिक हाइपोलीपीडेमिक गुण होते है जो दिल के स्वास्थ को संतुलित बनाएं रखने मे सहायक होता हैं। Amla मे विटामिन सी वेसो डायलेटर होता हैं, जो रक्त वाहिनी को खोल देता है, खून को पतला करता हैं, जिससे नसों में खून का संचार अच्छेसे होने लगता है। रक्तचाप को कम करता हैं, जिससे दिल के दौरे का खतरा भी कम हो जाता हैं.
बलों की समस्या के लिए फायदेमंद
बालों की समस्या से हर की परेशान है क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जिसके लिए Amla का उपयोग बहुत से शैम्पू, तेल, कंडीशनर मे किया जाता हैं। एक अध्ययन मे यह पाया गया कि लगातार 90 दिनों तक Amla का सेवन किया जाए या इसके तेल को बालों में लगाएं जाए तो बाल झड़ने बंद तो होंते ही है साथ में काले भी होते है। आंवले मे जीवाणु विरोधक गुण होते है जो रूसी को दूर करने में सहायता करते है, जिससे कि बाल झड़ना बंद होते है और अंदर से मजबूत होते है। बाल प्राक्रतिक काले और घने होने लगते है.
लिवर के लिए वरदान आंवला
लिवर के लिए Amla किसी औषधी से कम नहीं हैं, इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस के प्रभाव को कम करता है। Amla एक प्राकृतिक फैट कटर है, जो किसी भी तरह के फैटी लिवर कि समस्या में मदद करता हैं। लिवर कि सूजन को कम करता हैं। लिवर के कार्य को सुधारता है। सामान्य रूप से आंवले से कोई नुकसान नही लेकिन इसमें खून को पतला करने वाले गुण होते है जो इसको अधिक मात्रा मे लेने से मसूड़ों को दिक्कत हो सकती हैं.
मधुमेह को कम करता हैं आंवला
शोधकर्ताओं के अध्ययन मे यह पाया गया कि Amla मे डायबिटीज को नियंत्रित करने वाले केमिकल्स होते है जो इंसुलिन के स्तर को सहज रूप से शरीर मे बढ़ा देता हैं। इसके अलावा इसमें होते हैं हाइपोग्लाइसीमिक गुण जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखते है। Amla के अंदर CHROMIUM काफ़ी अच्छी मात्रा मे होता हैं जो दीर्घकालिक बीमारियों को उत्पन्न होने से रोकता हैं.
पेट समस्या को दूर रखता हैं
Amla इंटेस्टाइन को स्वस्थ रखता हैं, गट मे गुड बैक्टेरिया को बढ़ाता हैं। आंतों को साफ़ रखता हैं, एसीडिटी, कब्ज़ को होने नहीं देता.
श्वसन स्वास्थ्य में आंवला
Amla फेफड़ों की ताकत को बढ़ाता हैं , नॉस्ट्रील से फेफड़ों में जाने वाले विषैली कणों को बाहर निकालता हैं। फेफड़ों को साफ़ रखता हैं, फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता हैं, फेफड़ों को हानि होने से बचाता हैं। संक्रमण से बचाएं रखता हैं Amla.
दिमाग के लिए फायदेमंद
आंवले मे पोटैशियम होता हैं जो दिमाग के लिए काफी लाभकारी होता हैं। पोटैशियम की कमी से दिमाग का विकास सही से नहीं होता.
बैली फैट और वेट लॉस करता हैं आंवला
सुबह सुबह खाली पेट Amla ज्यूस लेने से वजन कम होता हैं और बैली फैट भी कम होता है। Amla खाने के बाद कुल्ला जरूर करें चुकीं इसमें विटामिन सी होता हैं जो दांतो के एनामेल को क्षति पहुंचा सकता हैं.
आंवले का उपयोग कैसे करें (How to use Amla)
आंवले का कई तरह से उपयोग कर सकते है।
1 – आंवले को सुखाकर उसका पावडर भी बनाया जाता हैं.
2 – इसे कच्चा भी खाया जा सकता हैं, या इसपर काला नमक और काली मिर्च को पिसकर लगाकर खाने से आंवले के अवशोषण बढ़ जाते है.
3 – आंवले की चटनी बनाकर भी खा सकते हैं.
4 – आंवले का मुरब्बा बनाकर भी लिया जा सकता हैं.
5 – आंवले को आचार के रूप में भी सेवन कर सकते हैं.
6 – आंवले का ज्यूस भी लिया जा सकता हैं
आंवले का ज्यूस बनाने के लिए एक आंवला, थोडासा देसी गुड, पांच काली मिर्च, पुदीना , अदरक का एक टुकड़ा, थोड़ेसे कडी पत्ता, चार से पांच तुलसी के पत्ते को एक ग्लास पानी मे ग्राइंड करें और छान कर पी ले.
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