Singhada सर्दियों के मौसम ज्यादा से ज्यादा 30 से 40 दिन मिलने वाला singhara सेहत के लिए किसी खजाने से कम नहीं हैं। आज के समय मे सिर्फ एक दो है चीजें ऐसी बच्ची है जिसमे किसी प्रकार का कोई केमिकल या किसी प्रकार की कोई मिलावट नहीं होती जिसमें से एक है singhara जिसे waterchestnut भी कहा जा है। सिंघाड़े मे पर्याप्त मात्रा मे विटामिन ए, विटामिन सी, मैंगनीज, फाइबर, फॉस्फोरस, आयोडीन, मैग्नेशियम पाया जाता है.
सिंघाड़ा क्या है – What Is singhada
मूल रूप से सर्दी के मौसम मे मिलने वाला singhara त्रिकोणीय आकार का होता हैं। सिंघाड़ा यह एक जलीय फल है जो पानी में तैरने वाले पौधे पर लगता है। इसके फूल सफेद रंग के होते है। इसके फल कठोर, त्रिकोणीय और सफेद रंग के होते है। सिंघाड़ा तासीर मे ठंडा, आकर मे छोटा मधुर और वात और पित्त को संतुलित करता है, तथा मोटापा कम करने मे काफी फायदेमंद होता है। सिंघाड़े का आटा व्रत मे बहुत इस्तेमाल किया जाता है.
सिंघाड़ा खाने के फायदे – Health Benefits Of Water Chestnuts
मैंगनीज का उच्चतम स्त्रोत है सिंघाड़ा
मैंगनीज उन एंजाइम्स को सक्रिय करने का काम करता है जो कार्बोहाइड्रेट और उसके पोषक तत्वों को तोड़ के उनको एनर्जी मे कन्वर्ट करता है, यदि शरीर मे पर्याप्त मात्रा में मैंगनीज नहीं हुआ तो आवश्यक पोषक तत्वों का शोषण करने मे शरीर को काफी दिक्कत होती है। मैंगनीज एक बेहतरीन स्त्रोत हैं कॉलेजन का जो ग्लोइंग स्किन, हेल्थी स्किन, बोन्स और कनेक्टिव टिशूज के लिए बहुत जरूरी होता हैं। जवानी में अगर सही मात्रा में मैंगनीज नहीं मिला तो बुढ़ापे में ज्यादा बीमारियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि पोषक तत्वों का सही से यूज करने के लिए बॉडी में सही मात्रा मे मैंगनीज का होना जरूरी होता है। यदि शरीर मे मैंगनीज ही ना हो तो जरूरी न्यूट्रीशन को शरीर एब्जॉर्ब ही कर नहीं पाती, मैंगनीज़ हड्डी और बोन डेवलपमेंट के लिए अहम होता है। सुपर ऑक्सीड डिस्मिटीज (SOD) जो एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम है जो सेल्स की रक्षा करता है ऑक्सीडेटिव डैमेज से जिससे न्यूट्रीशन अच्छेसे एब्जॉर्ब होता हैं.
कैंसर को रोकता है सिंघाड़ा
Singhada मे फेरुलिक एसिड होता है जो एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है जो कैंसर्स के सेल्स को मारने में मदद करता हैं। और इन सारी एंटीऑक्सीडेंट को सही से काम करने के लिए जरूरी होता हैं मैंगनीज जो भरपूर मात्रा मे मिलता है singhada मे.
वजन को नियंत्रित रखता है सिंघाड़ा
Singhada एक लो कैलोरी फुड है जो वेट लॉस करने में मदद करता हैं। Singhada मे अच्छी मात्रा मे फाइबर होता है जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है। Singhada ओवर ईटिंग की प्रोसेस को कम करता है जिससे भूख देरी से लगती हैं। Singhada मे पाणी की मात्रा 70 से 80 प्रतिषद तक होती है इसके कारण ये बॉडी को हाइड्रेट रखता हैं और डिहाइड्रेशन के कारण होने वाली ओवर ईटिंग और क्रेविंग को कम करता है। इसमें फाइबर की मात्रा प्रचुर मात्रा में होने के कारण ये डाइजेस्टिव सिस्टम को इम्रूव करता हैं.
विटामिन B2 के लिए फायदेमंद
Singhada मे राइबोफ्लेविन होता हैं जिसे विटामिन बी2 भी कहते है। विटामिन बी2 खाने को एनर्जी मे बदलने का काम करता है, ये बाल, स्किन, आखों के लिए बहुत जरूरी होता हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता हैं। यह फ्री रैडिकल्स से भी लड़ने का काम करता है। विटामिन बी2 बॉडी की ग्रोथ और रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन के लिए भी जरूरी होता हैं.
विटामिन बी6 के लिए फायदेमंद
विटामिन बी6 होमो सिस्टम को कंट्रोल में रखता हैं, विटामिन बी6 की कमी के कारण हार्ट डीजीस होने की संभावना लगभग बढ़ जाती है। विटामिन बी6 हैप्पीनेस, अच्छी नींद और मूड को फ्रेश रखने मे भी बहुत जरूरी होता हैं.
दिल के लिए वरदान
Singhada मे सोडियम कम होता हैं और पोटेशियम ज्यादा मात्रा होता हैं जिससे बीपी को कंट्रोल करने लिए बहुत फायदा मिलता है। एक अध्ययन के अनुसार सिंघाड़ा खाने से कार्डियोवस्कुलर डिजीज होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है.
थायराइड के लिए गुणकारी
सिंघाड़ा में आयोडिन पर्याप्त मात्रा पाया जाता है। आयोडिन गले से जुड़ी सभी समस्याओं के लिए आवश्यक होता हैं, सिंघाड़ा में मौजूद आयोडिन गले से संबंधित सभी रोगों से बचाता हैं। Singhada का सेवन थायराइड के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
स्किन के लिए फायदेमंद
स्किन के लिए singhada का सेवन करने से स्किन पर मौजूद झुरियां, कील – मुंहासे आदि दूर होते हैं। चुकीं इसमें मौजूद अन्य तरह के विटामिन, प्रोटीन्स पर्याप्त मात्रा मे पानी होने के कारण ये शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। सिंघाड़े का अधिक मात्रा मे सेवन करने से कफ जैसी समस्या भी हो सकती है.
पाइल्स के लिए लाभकारी सिंघाड़ा
पाइल्स के कारण जो रक्तस्राव होता है उसके दर्द को और रक्तस्राव को कम करने मे काफी मदद करता है.
बालों मे लिए फायदेमंद
Singhada मे लॉरिक एसिड पाया जाता है जिससे के इसका सेवन करने से या इसका आटा सर पर लगाने से बालों को फायदा मिलता है.
किसे नही खाना चाहिए सिंघाड़ा
(1) सिंघाड़ा की तासीर ठंडी होती है जिससे जिन्हें बहुत ज्यादा सर्दी की परेशानी होती हैं उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए या फिर कम मात्रा मे या दोपहर के समय करना चाहिए. (2) इसको खाने पर इसके उपर लगभग आधे घंटे तक इसके उपर पानी नहीं पीना चाहिए.
(3) पोटैशियम रिच होने के कारण किडनी या किडनी स्टोन वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
(4) लो ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को भी साफ इसका सेवन करने से बचना चाहिए.
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