Breastfeeding Tips For New Mothers: स्तनपान कराते समय नई माताएं रखे इन 13 बातों का ध्यान

Breaatfeeding Tips For New Mothers: नई माताओं के लिए शुरुआत में कुछ जरूरी बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। ताकि आपका बच्चा पेट भर कर दूध पी सके।

Breaatfeeding Tips For New Mothers: मां का दूध पोषण से भरपूर एक अमृत होता है, जो बच्चे के विकास के लिए काफी जरूरी होता है। शुरुआत में नई माताओं के लिए बच्चे को दूध पिलाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन स्तनपान यानी ब्रेस्टफीडिंग कराने से बच्चा और मां दोनों के रिश्ते को काफी मजबूत बनाता है, यही वजह होती है कि मां और बच्चे की भावनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई रहती है। ब्रेस्टफीडिंग यह बच्चे के विकास और पोषण का सबसे अच्छा और आसान तरीका होता है। शुरुआती दिनों में यह चीजें काफी मुश्किल होती है, लेकिन आप हाल ही में नई मां बनी है तो आपके लिए ऐसे ही सलाह की आवश्यकता होगी जो आपके काम आए और आपके मुश्किलें थोड़ी कम हो सके। इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ सुझाव देना चाहेंगे जिससे आपकी मुश्किलें थोड़ी कम हो और आपको स्तनपान कराते समय सुखद अनुभव की अनुभूति मिल सके। अपने बच्चे को दूध पिलाना यह अनुभव मां के लिए बेहद खास होता है। मां और बच्चा दोनों के ही लिए यह अनुभव बेहद खास होता है और दोनों के कनेक्शन को मजबूत बनाता है। तो जानते है नई मॉम्स के लिए कुछ जरूरी टिप्स (Breastfeeding Tips For New Mothers In Hindi)

वो 13 बातें जो नई माताओं के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है – Best Breastfeeding Tips For New Mothers In Hindi 

Breastfeeding Tips For New Mothers
Breastfeeding Tips For New Mothers

मां का दूध बच्चे के विकास के लिए शुरुआती दिनों में पोषण से भरपूर एकमात्र स्त्रोत होता हैं जो बच्चे के विकास के लिए काफी जरूरी होता है। लेकिन यहां पर कुछ शारीरिक और मानसिक बातों का ध्यान भी जरूर रखना चाहिए जिससे बच्चे को नुकसान ना हो सके।

1. पर्याप्त नींद

मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए मां को पर्याप्त मात्रा मे नींद अवश्य लेना चाहिए। दिमागी संतुलन बिगड़ ना पाए इसके लिए मां को अपने खानपान और नींद पर जरूर ध्यान देना चाहिए।

2. अपने आत्मविश्वास को बढ़ाए

बच्चा आने से पहले ही अपने आप को तैयार करे, पहले ही स्तनपान के फायदे के बारे मे जानकारी लेने का प्रयास करे। इसके फायदे सुनकर आपका आत्मविश्वास बढ़ने लगेगा और आपको बच्चे को दूध पिलाने में खुशी महसूस होगी।

3. दिनचर्या को सही रखे

बच्चे को दूध पिलाने के लिए किसी समय को निर्धारित ना कर के रखें। बार बार दूध पिलाने से दूध का उत्पाद होता रहता है और बच्चे को भी पोषण मिलता है। इससे ब्रेस्ट के ब्लॉकेजेस होने का खतरा भी दूर हो सकता है।

4. आरामदायक जगह चुने

स्तनपान कराने के लिए किसी आरामदायक जगह जैसे कुशन या फिर कुर्सी का सहारा ले। इससे स्तनपान में आसानी मिलती है और आपको भी आराम मिल सके।

5. बच्चे को समझने की कोशिश करें

भूख लगते ही बच्चा हाव भाव करना शुरू कर देता है। यही हाव भाव को मां को समझने की कोशिश करनी चाहिए कि, बच्चा कब दूध पीना चाहता है। भूख लगने पर बच्चा अक्सर रोना शुरू कर देता है या अपने जीभ को बाहर निकालता है।

6. पकड़ को सही रखे

बच्चे को ठीक से पकड़ने की कोशिश करें। यदि पकड़ सही नहीं होगी तो बच्चा पेट भर कर दूध नहीं पी पाएगा। पकड़ सही रही तो बच्चा पेट भर कर दूध पी सकेगा। उसको पता होता है कि उसे कितना दूध पीना चाहिए। इसीलिए स्तन को तब तक ना बदले जब तक बच्चा दूध पी रहे स्तन को खुद ही ना छोड़ दें। इससे दूध की आपूर्ति ठीक से होते रहती है।

7. दोनों स्तनों से दुध पिलाए

एक ही स्तन से दूध पिलाने को टाले। ऐसा करने से उस स्तन का आकार बढ़ने लगता है और स्तन असमान हो सकते है।

8. सलाह लेते रहें

ब्रेस्टफीडिंग से यदि आपको कोई परेशानी हो रही हो तो अपने डॉक्टर या किसी अनुभवी व्यक्ति की मदद अवश्य लें।

9. खुद को हाइड्रेट रखे

दूध की आपूर्ति सही से बनी रहे इसके लिए तरल पदार्थ और पानी को भरपूर मात्रा मे पीते रहे। केसर का दूध इसमें फायदेमंद होता है।

10. अपने सेहत पर ध्यान दें

स्तनपान वाली माताओं को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। आप मानसिक और भावनात्मक डिस्टर्ब ना हो इसका खास ध्यान रखें। पर्याप्त नींद ले, सही समय पर भोजन करे, हेल्दी डायट को फॉलो करें, चाहे तो किसी डायटिशन की भी मदद ले। न्यूट्रीशन से भरपूर खाद्य पदार्थ इन दिनों जरूरी होते हैं।

11. डायट पर ध्यान दें

ब्रेस्टफीडिंग के समय प्रोटीन युक्त आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए अपनी डायट मे प्रोटीन युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। इसमें आप अंडे, पनीर, दूध, अंजीर, फल फ्रूट्स, नॉनवेज, हरे पत्तेदार सब्जी, पीनट बटर और फाइबर से भरपूर ओटमील आदि को शामिल कर सकते हैं।

12. बच्चे को मिलते है फायदे

मां के दूध में एंटीबॉडीज होती हैं जो वायरल इन्फेक्शन और कई बीमारियों से बचाव करते रहते हैं जिससे बच्चा स्वस्थ बना रहता है और बीमारियों से बचा रहता हैं। क्योंकि मां के दूध से नवजात शिशु को सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिलते है जो उसके विकास के लिए जरूरी होते हैं। इसीलिए मां का दूध बच्चे के विकास के लिए जरूरी होता है। मां का ही वो दूध होता है जिसे बच्चा पेट भर कर पिता है और भूखा महसूस नहीं करता।

13. मां को मिलने वाले फायदे

मां के दूध से जीतने फायदे बच्चे को मिलते है उतने ही फायदे मां को भी मिलते है। दोनों के ही लिए ब्रेस्टफीडिंग फायदेमंद होता है। ब्रेस्टफीडिंग से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना लगभग कम हो जाती है।

यहां और पढ़ें: स्तनपान के बारे मे 6 महत्वपूर्ण टिप्स

डिस्क्लेमर : हेल्थ सीक्रेट्स पर हम आपके स्वास्थ और कल्याण के लिए प्रामाणिक जानकारी देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके बावजूद अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी डॉक्टर या चिकित्सक से सलाह परामर्श जरूर करें।

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