Calcium rich foods: शरीर को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम से भरपूर पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। कैल्शियम के लिए सिर्फ दूध पीना ही काफी नही बल्कि इन चीजों से भी कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं।

Calcium rich foods: हमारे शरीर को स्वस्थ बनाएं रखने मे और अंगों को ठीक से काम करने के लिए हर दिन बहुत सारे पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ये पोषक तत्व हमें रोज के खाने-पीने से तो आसानी से मिल जाते है, लेकिन बाजार के कई अनहेल्दी खानपान के कारण शरीर को आवश्यक जितना पोषण नही मिल पाता। जिसके चलते शरीर को कैल्शियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्व मिल नही पाते और हड्डियों मे काफी दर्द होने लगता है। कैल्शियम दांत, हड्डियां और मांसपेशियों को मजबूत रखने के लिए काफी जरूरी होता है। कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दूध पीने की सलाह दी जाती है। दूध को कैल्शियम और आयरन का मुख्य स्त्रोत माना जाता है। लेकिन कई लोगों को दूध पीना पसंद नहीं होता, यदि आप भी उन लोगों मे से है जिन्हें दूध पीना तो पसंद नहीं है। लेकिन कैल्शियम की कमी से जुझ रहे है तो आप भी इन फूड्स को अपने डायट मे शामिल करके कैल्शियम (calcium) की कमी को पूरा कर सकते हैं। (Calcium rich foods)
क्या होता है कैल्शियम?
कैल्शियम, आयरन और विटामिन डी हमारे शरीर मे पाया जाने वाला एक जरूरी पोषक तत्व है। यह पोषक तत्व हड्डियां मजबूत बनाने मे और मांसपेशियों के विकास के लिए काफी जरूरी होता है। कैल्शियम का 99 प्रतिषद हिस्सा शरीर के हड्डियां और दांतों मे जमा हुआ रहता है।
कैल्शियम के कमी के लक्षण – Calcium Deficiency Symptoms
कैल्शियम की कमी जब लंबे समय तक चलती है तब हमारा शरीर हड्डी और दांतों से कैल्शियम खींचता रहता है। जिससे
• जोड़ो मे दर्द होना।
• कमर मे दर्द।
• जोड़ो मे से कट कट आवाज़ आना।
• गरदन मे दर्द।
• दांतों मे सड़न।
• थोड़ीसी चोट लगने पर फ्रैक्चर होना।
• मांसपेशियों में दर्द होना।
• सुस्ती और थकान रहना।
• नींद ठीक से ना आना जैसी दिक्कतें होने लगती है।
कैल्शियम से भरपूर फूड्स – Calcium rich foods
चुना
चुना को आयुर्वेद चिकित्सा मे कैल्शियम कि कमी को पूरा करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। दरअसल कैल्शियम शब्द ये एक लैटिन शब्द (Cal x) से बना है जिसका अर्थ ही चुना होता है। चुना अगर रोज दही के साथ खाया जाए तो कुछ ही दिनों मे कैल्शियम की दिक्कत से छुटकारा मिल सकता है, क्योंकि दही खुद ही कैल्शियम और विटामिन बी12 का एक बढ़िया स्त्रोत है। इसके अलावा खाने के पान मे भी चुना ले सकते है। आयुर्वेद के अनुसार चुना सिर्फ एक गेहूं के दाने जितना ही लेना चाहिए नहीं तो इससे मुंह मे छाले भी पड़ सकते हैं।
चिया सीड्स
चिया सीड्स को सुपर फूड भी कहा जाता है। चिया सीड्स फाइबर, कैल्शियम और विटामिन बी12 का एक बेहतरीन स्त्रोत है। चिया सीड्स में बोरोन पाया जाता है, जो शरीर मे कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस को अवशोषित करने का काम करता है।
सफेद तिल – काले तिल
सफेद तिल मे दूध से करीब 8 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। सफेद तिल मे मैग्नेशियम भी भरपूर होता है, जो कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने मे मदद करता है। सफेद तिल के अलावा काले तिल मे कैल्शियम सबसे अधिक मात्रा मे पाया जाता है।
मोरिंगा
मोरिंगा कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत है साथ ही इसमें फॉस्फोरस भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। मोरिंगा मे एंटी इनफ्लेमेटरी गुण होते है, जो सूजन को कम करके वात और दर्द को कम करता है।
सिंघाड़ा
पूरे साल सिर्फ महीना भर ही मिलना वाला सिंघाड़ा हमारे सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। सिंघाड़ा मे मैंगनीज़ ये बहुत ही अहम घटक पाया जाता है। अगर शरीर मे मैंगनीज़ सही नही हुआ तो शरीर को जरूरी न्यूट्रीशन एब्जॉर्ब करने मे और बनाने मे काफी मेहनत करनी पड़ती है। ये मैंगनीज कोलेजन को प्रोडयूस करने में, स्किन सेल्स बनाने मे और बोन डेंसिटी को बढ़ाने मे बहुत जरूरी होता है।
मखाना
मखाने मे मैग्नेशियम, कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा मे होता है। मखाना शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए काफी फायदेमंद है। मखाना खाने से कमज़ोरी को जल्दी ठीक किया जा सकता है। इससे हड्डियां मजबूत बनी रहती है और कमर दर्द और घुटनों के दर्द काफ़ी आराम मिलता है।
हड्डियां कमजोर होने के कारण – Calcium Deficiency
इन चीजों का सेवन करना बंद कर दो या इन्हें इस्तेमाल करना कम कर दो। कैल्शियम कम होने के कारण
* ऑइली और तली हुईं चीजें।
* ज्यादा मात्रा मे कोल्ड्रिंक्स पीना।
* प्रोसेस्ड मिट।
* ज्यादा एल्कोहोल का सेवन।
* ज्यादा मात्रा मे चाय और कॉफी का सेवन।
* स्मोकिंग करना।
* ज्यादा मात्रा मे शुगर का उपयोग।
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