Vitamin E
रोग प्रतिकारक शक्ती बढ़ाने के लिए Vitamin E बहोत जरूरी होता है, Vitamin E ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस को कम करता है | हमारे बॉडी मे लगातार फ्री रैडिकल्स जेनरेट होते है, जो हेल्थी सेल्स को भी डैमेज करते है, और Vitamin E मे मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स सभी डैमेज सेल्स को रिपेयर करने की क्षमता रखते हैं | बढ़ती उम्र के कारण ऑर्गंस में जो दिक्कत आती ये उसे रिपेयर करने की क्षमता रखती हैं
Vitamin E के फायदे ( Benefits of Vitamin E )
(1) एंटी एजिंग मे Vitamin E
बॉडी के डैमेज सेल्स को अगर रिवर्स करना चाहते हैं, या एंटी एजिंग के प्रोसेस को स्लो करना चाहते हैं तो Vitamin E अवश्य ले, हमारे बॉडी मे जो सेल्स है वो होते है ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस से, ऑक्सोडेटिव स्ट्रैस से फ्री रैडिकल्स सेल्स पे अटैक करके उन्हें हानि पहुंचाते है | Vitamin E के ऑक्सीडेटिव स्वभाव के कारण ये बॉडी के सभी ऑर्गेंस को एंटी एजिंग से बचाता है.
(2) मसल पैन
Vitamin E के कमी के कारण बॉडी मे मसल पैन होने लगता है | Vitamin E के कमी से बॉडी मे ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ जाती है , जिससे मसल पैन होने लगता है | ओवर ऑल Vitamin E पूरी बॉडी के हैल्थ के लिए काफी फायदेमंद है.
(3) हार्ट हेल्थ मे Vitamin E
Vitamin E heart health में सुधार करता है, खून मे जब क्लॉटिंग्स बढ़ने लगते है मतलब खून जब गाढ़ा होने लगता है तब हार्ट अटैक होने की संभावना भी बढ़ जाती है |Vitamin E की यही खासियत है की क्लॉटिंग होने नही देता | Vitamin E के कमी के कारण बॉडी मे ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ने लगती हैं | जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है | खून में ब्लॉकेजेस और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से हार्ट की दिक्कतें बढ़ने लगती हैं | Vitamin E खून को पतला करता है, कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर को Vitamin E कम करता है | और आगे आने वाली बीमारियों को भी रोकता है.
(4) बालों के लिए
उम्र के साथ या मार्केट के कैमिकल शैंपू से या ज्यादा कंगी करने से या जेनेटिक्स कारण से बाल झड़ते हैं, सफेद होते है, ये उसमे भी लाभकारी होती है.
(5) फैटी लीवर
अनाब शनाब खाने से फैटी लीवर की समस्या बढने लगती है नॉन एल्कोहोलिक फैटी लीवर डीसिस बहुत बढ़ गया है | नॉन अल्कोहोलीक फैटी लीवर डीसिस में लिवर के अंदर जो अनहेल्दी फैट जम जाता है उसे काटने की क्षमता रखता है और लिवर की हैल्थ को भी सुधारता है | SGOT और SGPT की वैल्यू जो बड़ी हुई होती है उसे भी बड़ी आसानी से कम करता है
(6) स्कीन के लिए
बॉडी के स्किन सेल्स लगातार कोलेजन बना रहे होते, यही कोलेजन चेहरे पर चमक लाता है, कोलेजन ऐक तरह का प्रोटीन होता है जो स्किन को टाईट और हेल्थी रखने का काम करता है |कोलेजन की कमी के कारण चेहरे पर झुरिया, फाइन लाइन्स, डार्क सर्कल्स बढने लगते हैं | उम्र के साथ साथ ये कोलेजन भी स्किन सेल्स बनाना बंद कर देता है | कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ता है विटामीन ई, स्कीन को रिपेयर करता है विटामीन ई | विटामीन ई सोरायसिस और एक्जीमा जैसी स्कीन प्रॉब्लम्स मे भी बड़ी इफेक्टिवली काम करता है.
(7) दिमाग के लिए विटामीन ई
दिमाग की सेहत को बनाय रखता है विटामीन ई, दिमाग के कॉग्नेटिव फंक्शंस को बेहतर बनाता है विटामीन ई | बढ़ती उम्र के साथ साथ दिमाग की जितनी भी समस्याय आती हैं चाहें कॉग्नेटीव इफेक्ट हो डिमेंशिया हो ये उनसे बचा सकता है | लेकीन बिना डॉक्टर से सलाह लिऐ विटामीन ई नही लेना चाहिए.
(8) महिलाओं के लिए
विटामीन ई पीरियड्स मे बहोत आराम देती है खासकर वो जिनको ये समस्या अभी अभी शुरु हुई हो | विटामीन ई के रेगुलर सेवन से ये अच्छे इफेक्ट देता है | male के स्पर्म काउंट बढ़ाने में और व्हाइट डिस्चार्ज मे भी सहायता प्रदान करता विटामीन ई.
विटामीन ई को कैसे ले? ( how to consume Vitamin E )
Vitamin E मे चार कंपाउड ticotrienols के होते है और चार ही कंपाउड tocopherols के होते हैं | ticotrienols बॉडी को बड़ी आसानी से नैचुरल सोर्सेस से मिल जाते हैं, लेकीन tocopherols हमारे शरीर के लिए अच्छे नही होते ये नेगेटिव इफेक्ट्स डाल सकते है, बिना डॉक्टर से सलाह लिए ये कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकती हैं | बॉडी की डेली जरूरत है केवल 15mg की ही होती है.
विटामिन ई के मुख्य स्रोत ( food Sources of Vitamin E )
(1) Wheat germ oil – wheat germ oil बनता है गेंहू के दाने से ऐक चमच wheat germ oil मे 20 Mg तक विटामीन ई मिल जाता है.
(2) सूरज मुखी – सूरज मुखी के बीज मे भी भरपुर मात्रा विटामीन ई होता तो.
(3) बादाम – बादाम विटामीन ई.
का सबसे बढ़िया और मुख्य स्रोत माना जाता है.
(4) बादाम रोगन – बादाम रोगन तेल मे भी विटामीन ई अच्छी मात्रा मे होता है, बादाम रोगन तेल दूध में ऐक चमच मिलाकर पिया जाय तो विटामीन ई के लिए अच्छा है.
(4) टमाटर और हरी पत्तीदार सब्जी मे भी विटामीन ई अच्छी मात्रा मे होता है.
(5) धनियां और पालक मे भीविटामीन ई भरपुर मात्रा पाया जाता है.
(6) जितने भी नट्स, सीड्स होते है उसमे भी विटामीन ई पाया जाता हैं.
(7) नारियल, मूंगफली में भी पाया जाता हैं विटामीन ई.
(8) शक्करकंदी मे भी विटामीन ई पाया जाता हैं.