Natural Multivitamin : मल्टीविटामिन्स के लिए रोज खाएं ये 10 फूड्स, शरीर मे कभी कमी नही आएगी न्यूट्रिएंट्स कि

Natural Multivitamin : न्यूट्रीशन के कमी के लिए यदि आप मल्टीविटामिन्स ले रहे है तो आज ही जाने ऐसे 10 नैचुरल, सस्ते और हेल्दी मल्टीविटामिन्स जिसे आप रोज खा सकते है.

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मल्टीविटामिन्स के लिए खाएं ये 10 फूड्स खाएं – Natural multivitamins
आवश्यक पोषक तत्वों के कमी (nutritional deficiency) कि समस्या आज एक कॉमन समस्या हो गई है, जो जंक फूड्स और हाइब्रिड फूड्स का सेवन करने से आज हर किसी मे देखने को मिलती है। जंक फूड्स और मिलावटी फूड्स खाने से शरीर को जरूरी न्यूट्रीशन मिल नही पाते यद्यपि ये जंक फूड्स शरीर से बाकी न्यूट्रीशन को भी खराब कर देते है। न्यूट्रीशन के कमी के लिए लोग मार्केट के सप्लीमेंट्स का सहारा लेते है। लेकिन इन सप्लीमेंट्स से साइड इफेक्ट्स होने का रिस्क भी होता है। इन सप्लीमेंट्स से ऑर्गेनस भी डैमेज हो सकते है। जिससे कई हेल्थ प्रॉब्लम्स होने का धोका होता है। ऐसी रिस्की सप्लीमेंट्स के जगह पर आप उन natural multivitamins का उपयोग कर सकते है, जो आपके न्यूट्रीशन के कमी को पूरा करने मे सक्षम है.

1. काला मुनक्का – Black Raisins
आयुर्वेद मे काला मुनक्का को सर्वोत्तम फलों मे से एक कहा गया है। काला मुनक्का बल, स्ट्रेंथ और स्टैमिना को बढ़ाने मे मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा मे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाते है। काले मुनक्का का सेवन आप ऐसे भी कर सकते है। इसके अलावा एक ग्लास पानी मे 10 – 15 मुनक्का रात भर भिगोकर फिर सुबह खाली पेट पीने से इसका ज्यादा फायदा मिलता है। काले मुनक्का को रक्त वर्धक कहा गया है। इसके रेगुलर उपयोग से हीमोग्लोबिन के कमी मे एनीमिया के शिकायत मे इसका बहुत अच्छा परिणाम मिलता है। साथ ही काले मुन्नके के पानी का रेगुलर सेवन करने से यह लिवर को नैचुरली फिल्टर करता है.

2. काले तिल – Black sesame seeds
काले तिल शरीर मे एक प्रकार से लुब्रिकेशन पैदा करते है। यदि आपके स्किन मे रूखापन है, बाल बहुत झड़ते है, बाल रूखे है। इसके लिए ये बहुत अच्छा पर्याय है। काले तिल शरीर मे कैल्शियम कि कमी कि भरपाई करते है। काले तिल बोन डेंसिटी को बढ़ाता है। हड्डियों को मजबूत बनाता है। काले तिल मे भरपूर मात्रा कैल्शियम और आयरन होता है, जो हड्डियों के दर्द संबंधित समस्याओं मे काफी राहत प्रदान करता है। इसका सेवन लड्डू या चिक्की बना कर सकते है। लड्डू या चिक्की बनाने के लिए गुड का उपयोग किया जाता है। गुड मे कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा मे होते है, जो खून के कमी को दूर करने मे मदद करते है। काले तिल तासीर मे गर्म होने के कारण इसका सेवन गर्मी के दौरान सीमित मात्रा मे हि करना चाहिए.

3. सीजनल फल
सभी प्रकार के मौसमी फलों का सेवन जरूर करें, इसमें आप अनार, आंवला और सिंघाड़ा के उपयोग अवश्य करे, क्योंकि ये तीन ऐसे फूड्स है जिसे आयुर्वेद के मान्यताओं मे सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है.
अनार – अनार मे विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती है। अनार खून को साफ करता है। हिमोग्लोबिन को बढ़ाता है
आंवला – आंवला विटामिन सी से और एंटी ऑक्सीडेंट से रिच होता है। आंवला शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस से बचाता है और स्किन मे कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है.
सिंघाड़ा – सिंघाड़े में विटामिन सी, मैंगनीज, प्रोटीन, थाइमाइन और कई तरह के मिनरल्स होते है। इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा मे होता है.

5. रागी – Finger millet
रागी जिसे नाचनी या फिंगर मिलेट कहा जाता है। ये रागी पचने मे बहुत हल्की होती हैं। रागी खून को बढ़ाती है। कैल्शियम को बढ़ाती है। रागी वेट को नहीं बढ़ने देती, जिन्हें फैट लॉस करना है या वेट लॉस करना है उनके लिए ये बहुत अच्छा पर्याय है.
5. गाय का दूध या घी
आयुर्वेद मे गाय के दूध और घी को जीवन को बढ़ाने वाला रसायन कहा गया है। गाय का दूध और घी वात और पित्त को कम करता है। गाय का दूध और घी दिमाग की सेहत के लिए बहुत अच्छा टॉनिक है। यह स्किन के लिए बालों के लिए और कैल्शियम के लिए बहुत अच्छा स्त्रोत है.
6. व्हीट ग्रास ज्यूस
व्हीट ग्रास मे आयरन, कैल्शियम, मैग्नेशियम, विटामिन ए, बी, सी, ई, के और अन्य तरह के फाइटो न्यूट्रिएंट होते है। बेहतर परिणाम के लिए आप इसे सुबह खाली पेट या खाने के एक डेढ़ घंटे पहले ही ले.
7. पुर्नवासन
हमारे शरीर मे टॉक्सिंस का जब ओवरलोड होता है। तो लिवर खाने से जरूरी न्यूट्रीशन को एब्जॉर्ब नही कर पाता, इसके नाम से हि पता चलता है कि ये शरीर को पुनः नया करती है। पुनर्नवा ये सीधा लिवर पर ही कार्य करती है.

शरीर मे विटामिन्स और मिनरल्स के कमी के लिए आप यदि अपने खाने मे दालें, हरि सब्जियां, फल, ड्राई फूड्स और आयुर्वेदिक हर्ब्स लेते रहे तो आपको मार्केट के मल्टीविटामिन्स जरूरत कभी नहीं होगी, इसमें आप अश्वगंधा, मोरिंगा पाउडर, सफेद मूसली जैसे हर्ब्स इस्तेमाल कर सकते है

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