What is probiotics: प्रोबायोटिक्स जिसे सिंपल भाषा मे अच्छे बैक्टेरिया (good bacteria) कहा जाता है। प्रोबायोटिक ये आंतों मे गुड बैक्टेरिया बनाने मे और डाइजेशन को सुधारने मे काफी मदद करते है।

क्या है प्रोबायोटिक्स – what is probiotics
प्रोबायोटिक्स एक तरह से जीवित सूक्ष्मजीव होते है, जो मुख्य रूप से फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों मे पाए जाते है। प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र मे गुड बैक्टेरिया को प्रमोट करता है और पाचन शक्ति को मजबूत करता है। हमारे शरीर मे दो तरह के बैक्टेरिया होते है, गुड बैक्टेरिया और बैड बैक्टेरिया, प्रोबायोटिक यह आंतों मे गुड बैक्टेरिया को बनाकर बैड बैक्टेरिया को कम करने का काम करते है। जिससे आतें स्वस्थ बनाएं रखने मे मदद मिलती है। अक्सर लोग बैक्टेरिया को केवल बीमारियों का और रोगों का कारण मानते है। लेकिन फर्मेंटेड प्रोबायोटिक्स फूड्स ये स्वास्थ्य के लिए और डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाए रखने मे बहुत मदद करते है। कुछ अध्ययनों से यह पाया गया कि जब भी आप एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करते है तब ये एंटीबायोटिक दवाएं आपके आंतों मे गुड बैक्टेरिया को खत्म करके बैड बैक्टेरिया को बढ़ाते है। लेकिन प्रोबायोटिक(probiotics) पदार्थों के सेवन से गुड बैक्टेरिया को फिर से बनाया जा सकता है इनकी संख्या को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही यह प्रोबायोटिक्स गुड बैक्टेरिया और बैड बैक्टेरिया को संतुलन मे रखकर शरीर के कार्य को सही से रखते है।
प्रोबायोटिक्स के फायदे – Probiotics Benefits
1. आंतों मे गुड बैक्टेरिया को बनाते हैं प्रोबायोटिक्स
आंतों मे गुड बैक्टेरिया बढ़ने से बैड बैक्टेरिया की संख्या तेजी से कम होने लगती है। बीमारियों के कारण हम एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करते है जिससे शरीर मे गुड बैक्टेरिया और बैड बैक्टेरिया मे असंतुलन होने लगता है। जिससे अनेकों प्रकार की गैस्ट्रिक इश्यूज जैसे एसिडिटी, अपचन होने लगती है। प्रोबायोटिक एंटीबायोटिक दवाओं का असर कम करके आंतों मे गुड बैक्टेरिया को संतुलित बनाए रखने मे काफी मदद करता है।
2. पाचन विकारों के लक्षणों मे फायदेमंद प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक दीर्घकालिक रोगों के लक्षणों पर प्रभावी रूप से काम करता है। प्रोबायोटिक आंतों मे गुड बैक्टेरिया को प्रमोट करने मे बहुत मदद करते है जिससे आंतों के विकारों को दूर करने मे बहुत मदद मिलती है। प्रोबायोटिक इन्फ्लेमेटरी बाउल सिंड्रोम के लक्षणों को कम करने मे मदद करते है।
3. रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है
प्रोबायोटिक एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो आंतों मे बैड बैक्टेरिया को कम करते है और शरीर मे एंटी बॉडीज को डेवलप करते है। जिससे रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने मे काफी मदद मिलती है।
4. फैट लॉस और वजन कम करता है
प्रोबायोटिक्स फैट और वजन नियंत्रित करने मे बहुत मदद करता है। कुछ प्रोबायोटिक्स शरीर मे फैट बनने से रोकते है। कुछ प्रोबायोटिक्स मे पानी, कैल्शियम और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है और कैलोरी बर्न करने मे बहुत मदद मिलती है।
5. स्किन के लिए फायदेमंद प्रोबायोटिक्स
सेहत के साथ-साथ प्रोबायोटिक्स स्किन, बालों और आखों के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। कुछ प्रोबायोटिक्स जैसे दही और चुकंदर के रस मे कई तरह के पोषक तत्व जैसे विटामिन सी, मिनरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा मे पाया जाता है, जो स्किन के लिए बालों और आखों के लिए बहुत फायदेमंद होते है।
6. दिमाग के लिए फायदेमंद
प्रोबायोटिक्स पदार्थों के सेवन से शरीर मे गुड बैक्टेरिया बनने लगते है जिससे ये सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाता है। जिससे मस्तिष्क संबंधित समस्याओं मे फायदा होता है। दही सेरोटोनिन लेवल बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, इसके रेगुलर सेवन से डिप्रेशन, तनाव और चिंता की स्थिति मे फायदा होता है।
7. सूजन को कम करे
प्रोबायोटिक गुड बैक्टेरिया को बनाता है जिससे सूजन को कम करने मे काफी मदद मिलती है। इन्फ्लेमेशन के कारण डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय जैसे रोगों को दूर करने मे मदद मिलती है।
प्रोबायोटिक्स पदार्थ – Probiotics Foods
1. दही – प्रोबायोटिक्स पदार्थों मे दही का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। दही मे कई तरह के मिनरल्स और पोषक तत्व भरपूर होते है, जो गुड बैक्टेरिया बनाने के अलावा बालों के लिए भी जरूरी होता है।
(दही का सेवन करने का सही तरीका)
2. आचार – आचार प्रोबायोटिक्स का एक सबसे अच्छा समृद्ध स्त्रोत है। आचार एक फर्मेंटेड पदार्थ है जिसमें प्रोबायोटिक्स गुण भरपूर मात्रा मे पाए जाते है। आचार को फर्मेंटेड किए जाने से इसमें गुड बैक्टेरिया की संख्या सबसे अधिक होती है।
3. डार्क चॉकलेट – डार्क चॉकलेट मे एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन बी12 पाए जाते है। एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रैडिकल्स को न्यूट्रलाइज करके गंभीर बीमारियों से बचाएं रखते है।
प्रोबायोटिक्स के अन्य स्त्रोत – Probiotics other sources
* दही
* ताक
* छांछ
* इडली
* ढोकला
* किमची
* चुकंदर शिकंजी
* आंवले का आचार
* सोया मिल्क
* पनीर
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