gond katira
बहोत ज्यादा गर्मी लगना, पसीना आना, पिगमेंटेशन होना, पिंपल्स का आना, बालों का झडना या समय से पहले ही सफेद होना, आंखों का लाल होना, नाक से खून निकल आना, मुंह के छाले या फिर बार बार एसिडिटी का होना ये सब शरीर के बढी हुई गर्मी के कारण होता है। शरीर मे गर्मी का होना जरूरी होती है डायजेशन के लिए, मेटाबॉलिज्म के लिए, बॉडी के हिट को रेगुलेट करने के लिए, लेकीन जरूरत से ज्यादा अगर शरीर गरम हो रहा है तो ये बॉडी मे पित्त के इंबेलेस होने के कारण होता है।
gond katira क्या है?
आयुर्वेद मे शरीर से गर्मी निकालने के बहोत से तरीके बताएं गए हैं यहां पर ऐसे ही तरीके के बारे मे जानकारी बता रहे है जिसे चरक संहिता मे बॉडी हिट को कम करने के लिए बताया गया है जिसका नाम है गोंद कतीरा। ये ऐक तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो शरीर को अंदर से प्राकृतिक ठंडक प्रदान करने का काम करती है। यह एक चिपचिपा पदार्थ होता है जो पेड – पौधो से गर्मियों के दिनो मे निकलता है। इसकी तासीर ठंडी होती है।Gond Katira thandi मे नहीं लेना चाहिए
gond katira के पोषक तत्व
gond katira ऐक चिपचिपा पदार्थ होता है जो के पेड़ो से बडी आसानी से मील जाता है। gond katira रंगहीन और स्वादहीन होता है, जो पाणी मे बडी आसानी से मील जाता है। गोंद कतीरे मे भरपुर मात्रा मे फाइबर, प्रोटीन, विटामीन बी, भरपुर मात्रा मे कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है। gond katira को इंग्लिश में Tragacanth Gum कहा जाता हैं। इसके नियमित सेवन से स्कीन को, बालों को, त्वचा रोग संबंधित समस्या या हड्डियों मे कैल्शियम के कमी को फायदा मिलता है। गोंद कतीरे के सेवन से शरीर को ताकत मिलती है और रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने हेतु मदत मिलती है।
( Gond Katira Benefits)
*गोंद कतीरे को पाणी के साथ या किसी अन्य ड्रिंक के साथ पीने से ये शरीर को अंदर से ठंडक तो प्रदान करता ही है लेकीन ये कोलेजन को भी बढ़ाने का काम करता है या फिर चेहरे पर डायरेक्ट भी पाच दस मिनट के लिए लगा सकते हैं ये पिगमेंटेशन को कम करने मे मदत करेगा और आंखों पर लगाने से नैचुरल कूलिंग का काम कर के आंखो के स्टेन को कम करके आंखों की थकान को खत्म कर देगा.
* गोंद कतीरे में प्रोटीन, विटामिन बी, कैल्शियम,मैग्नेशियम, फॉस्फोरस, भरपुर मात्रा मे है जिससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है, सुस्ती, थकान को दूर करता है। ज्वाइंट्स के लिए, बालों के लिए गोंद कतीरा बहोत लाभकारी होता है।
* गोंद कतीरे मे अधिक मात्रा मे फाइबर होने के कारण ये आंतो के अंदर से कचरा निकालने मे बहोत बढ़िया काम करता है। जिससे मल सॉफ्ट होता है और बवासीर, फिशर जैसी दिक्कतों मे काफी आराम देता है।
* इसमें भरपुर मात्रा मे एंटी इमफ्लेमेटरी इफेक्ट होता है जिससे ये शरीर मे कई बीमारियों को होने ही नही देता साथ ही मे ये एंटी कैंसर भी होता है।
* कई बार एंटी बायोटिक्स लेने से बॉडी मे रूखापन बढता है जिससे शरीर का पित्त बढ़ता है, गोंद कतीरा रूखेपन को कम करके पित्त को शांत करके उससे होने वाले दुष्परिणामों से बचाए रखता है।
* गोंद कतीरा दिल के लिए बहोत लाभकारी होता है क्यू कि ये फाइबर से रिच होने के कारण कोलेस्ट्रोल को नियंत्रण में रखता है।
* बहोत सारी दिक्कतें शरीर मे तभी जन्म लेती है जब शरीर अम्लीय (एसिडिक) हो, लेकिन गोंद कतीरा वाटर और फाइबर रीच होने के कारण ये शरीर को एल्कलाइन बनाता है।
gond katira लेने का तरीका
ऐक होता है गोंद और ऐक होता है गोंद कतीरा गोंद की तासीर गर्म होती है जिसे ठंडी मे लिया जाता है और gond katira की तासीर होती है ठंडी जिसे गर्मी मे लिया जाता है। ऐक चमच gond katira ऐक कटोरी पानी मे रात भर भिगोकर रखें। ऐक चमच नींबू पानी मे या किसी भी प्रकार के ज्यूस के साथ या नॉर्मल पाणी मे मिलाकर भी ले सकते हैं।
सावधानियां
दूध, दही, छांछ, ताक मे नही लेना किसी भी प्रकार की एलोपैथी औषधी चालू हो तो नही लेना चाहिए, इसकी तासीर ठंडी होने से ठंडियों के दिनों में नही ले सकते।
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