Roasted chana जिसे पोषक तत्वों का जादुई भंडार कहा जाता है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स, माइक्रोन्यूट्रीएंट्स, फैटी एसिड जैसे प्रोटीन का उत्कृष्ट स्रोत है। रोस्टेड चना से मिलने वाले फायदे की लिस्ट अनगिनत है.

कैंसर को रोकता है भुना चना
एक माइक्रो न्यूट्रिएंट होता है सेलेनियम जो कि कैंसरस और ट्यूमर सेल को बढ़ने से रोक देता है। यह सेलेनियम न्यूट्रिएंट बहुत ही कम चीजों मे पाया जाता है जिसमें से एक है भुना चना, यह ब्यूट्रेड के प्रोडक्शन को बढ़ाता है जो कि एक तरह का फैटी एसिड होता है जो इन्फ्लेमेशन को कम करता है, जो ब्रेस्ट, लंग्स और कलौन कैंसर के जोखिम को कम करता है। और roasted chana मे फाइबर की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह कोलोरेक्टल कैंसर को भी रोकता है.
किल मुहांसे को रोकता है
भुना चना मे झींक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो किल मुहांसे को होने से रोकता है। रोस्टेड चना मे एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती है जो स्किन मे कॉलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता हैं और स्किन को मॉश्चराइज करता है। इसमें मैग्नेशियम का स्तर ज्यादा मात्रा मे होता है जो स्किन को हेल्थी और एजिंग के प्रोसेस को स्लो कर देता है। अगर इसको गुड के साथ खाया जाए तो यह स्किन के लिए और भी ज्यादा फायदेमंद हो जाता है चूंकि गुड पाए जाने वाला ग्लायकोलिक एसिड और सेलेनियम का कॉम्बिनेशन स्किन सेल्स को स्ट्रांग बनाता है जिससे चेहरे पर ग्लो बढ़ने लगता हैं और फाइन लाइन्स और रिंकल्स कम होने लगते है.
बालों को मजबूत बनाएं
यदि आपको हैल्थी बाल चाहिए तो भूने चने का सेवन आज से ही शुरू करे क्योंकि Roasted chana मे आवश्यक विटामिन ए, बी6, झींक, मैंगनीज़ प्रचुर मात्रा पाए जाते है जो बालों को हेल्थी बनाने मे मदद करता है.
फैट लॉस मे फायदेमंद
भुना चना लो फैट, सोडियम फ्री, हाइ फाइबर, हाइ प्रोटीन और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जिसमें कैलोरीज़ कम मिलती है लेकिन न्यूट्रीशन पूरा मिलता है। इसमें होते हैं कॉम्प्लेक्स कार्ब जो स्लो डाइजेस्ट होते है जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे बार बार खाने की तीव्र इच्छा नहीं होती जिस कारण फैट लॉस तेजी से करता है भुना हुआ चना| भुना चना मे आयरन होता हैं जो शरीर को पूरा दिन एनर्जेटिक रखता है.
हड्डियों को बनाएं मजबूत
भुना चना मे कैल्सियम, मैंगनीज, झींक, फॉस्फोरस, आयरन प्रचुर मात्रा मे होता है। इसके अंदर पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल्स हड्डियों को मजबूत बनाने मे भी काफी मदद करता है.
डायबिटीज मे फायदेमंद
Roasted chana को डायबिटिक फ्रेंडली फूड कहा कहा जाता हैं जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता हैं, जो लिपिड प्रोफ़ाइल को कम करके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है और हाई फाइबर और लो कार्ब्स होने के कारण ब्लड प्रेशर को बढ़ने नहीं देता.
हृदय के लिए
रोस्टेड चना होमोसेस्टाईन लेवल्स को कम करता है जिससे ब्लड क्लॉट्स होने का खतरा भी कम होता है।
रोस्टेड चना मे फोलिक एसिड और मैग्नेशियम होता हैं जो ब्लड वेसल्स मे खून को जमने नही देता, और इसके अंदर का पोटेशियम और फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता हैं। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट इन्फ्लेमेशन और फ्री रैडिकल्स को कम करके ब्लड वेसल्स को होने वाले नुकसान को भी ठीक करता है.
पाचन को सुधारता है
रोस्टेड चना मे फाइबर मे अच्छी मात्रा मे होता है जो पाचन शक्ति के लिए काफी लाभकारी होता है। भुना चना मे सॉल्यूबल फाइबर होता है जो गुड बैक्टेरिया को बढ़ाने मे काफी मदद करता है जिससे बहुत सारे डाइजेस्टिव समस्याओं मे मदद मिलती है। भुना चना मे कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होते है अगर इसको ज्यादा खाया जाए तो डाइजेशन मे दिक्कत कर सकता है जिससे गैस, ब्लोटिंग हो सकती है.
खून को बढ़ाता हैं
इसमें आयरन की मात्रा अच्छी होती है जिससे कि खून को बढ़ाने मे लाभकारी होता है.
मेंटल हेल्थ को बूस्ट करे
Roasted Chana मे पाए जाने वाला सेलेनियम न्यूट्रिएंट यह सेरोटोनिन के लेवल को भी बढ़ाता है जो कि हमारे मेंटल हेल्थ के लिए और हमारी हैप्पीनेस के लिए बहुत ही जरूरी होता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाला कोलिन एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे याददाश्त और मूड को रेग्यूलेट करने का काम करता है, यह एक प्रकार का न्यूरोट्रांसमीटर है जो नर्वस सिस्टम के सेल्स के लिए मैसेंजर के रूप मे काम करता है.
भूना चना कैसे खाए?
काफ़ी लोगों का यह सवाल होता हैं कि रोस्टेड चना छिलके के साथ खाएं या बिना छिलके के तो आपको यह बता दें कि छिलके मे कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होता हैं जो डाइजेशन के लिए काफी लाभकारी होता हैं। जिससे वजन को नियंत्रण मे रखा जा सकता है और अगर वजन को बढ़ाना है तो बिना छिलके के खाना होता हैं.
यहां और पढ़ें: अनेक रोगों की एक दवा सेहत के लिए वरदान है इसबगोल
