Prebiotic and Probiotic: प्रीबायोटिक्स(prebiotic) और प्रोबायोटिक्स(probiotics) दोनों ही एक दूसरे से जुड़े हुए होते है। ये दोनों ही गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए जरूरी होते है।

खराब गट हेल्थ आगे चलकर कई तरह के बीमारियों का कारण बनता जाता है। हेल्दी रहने के लिए गट का हेल्दी रहना काफी जरूरी होता है। लेकिन तेज रफ्तार से दौड़ रही इस जिंदगी मे गट को हेल्दी बनाए रखना काफी मुश्किल होता जा रहा है। जिससे पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कमजोर पाचन शक्ति ना केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती है बल्कि इससे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। जिससे दिल, दिमाग और पाचन से जुड़े कई विकारों का सामना करना पड़ता है। प्रीबायोटिक(prebiotic) और प्रोबायोटिक(probiotic) गट मे गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद होते है। जानते है प्री बायोटिक और प्रोबायोटिक से मिलने वाले फायदे और सोर्सेस के बारे में।
क्या होता है प्रोबायोटिक्स – What are probiotic
प्रोबायोटिक्स एक प्रकार से जिंदा बैक्टीरिया होते है, जो गट मे गुड बैक्टीरिया को बनाने का काम करते है। ये प्रोबायोटिक्स गुड बैक्टीरिया को बढ़ाके बैड बैक्टीरिया को कम करने का काम करते है। यह प्रोबायोटिक्स अक्सर फर्मेंटेड पदार्थों मे पाए जाते है। आंतों मे गुड बैक्टीरिया होने से पाचन शक्ति मजबूत होती है, जिससे पोषक तत्वों के अवशोषण करने मे मदद मिलती है। इम्यूनिटी बूस्ट करने मे साथ ही डीप स्लिप लाने मे और मानसिक स्वास्थ्य को मैनेज करने मे भी प्रोबायोटिक्स बहुत फायदेमंद होता है। एंटीबायोटिक्स से होने वाले नुकसान के असर को कम करने मे प्रोबायोटिक्स बहुत जरूरी होते है। कई बार एंटीबायोटिक का सेवन करने से शरीर मे गुड बैक्टीरिया खत्म होने लगते है और बैड बैक्टीरिया बढ़ने लगते है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगती है। ये प्रोबायोटिक खराब बैक्टीरिया बढ़ने से रोकते है और इम्यूनिटी को स्ट्रांग करते है।
(दवाईयों का सेवन करते है तो जरूर खाएं प्रोबायोटिक्स फूड्स)
प्रीबायोटिक क्या होता है? – What are prebiotic
प्रीबायोटिक(prebiotic) प्लांट सोर्सेस से मिलने वाला एक खाद्य पदार्थ होता है, जिससे फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। प्रीबायोटिक्स एक प्रकार का गुड बैक्टीरिया का भोजन होता है, जिसमे फाइबर भरपूर होने के कारण हमारे शरीर को इसे पचाने मे कठिनाई होती है, जिस कारण इन्हें पचाने मे गुड बैक्टीरिया हमारी मदद करते है और यह गुड बैक्टीरिया और भी हेल्दी हो जाते है। प्रीबायोटिक(prebiotic) मे फाइबर अधिक होता हैं जो आंतों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। प्रीबायोटिक शरीर मे हेल्दी बैक्टीरिया बनाने मे मदद करते है, जिससे शरीर मे कैल्शियम का स्तर बढ़ने लगता है और गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल हेल्थ को भी फायदा मिलता है।
प्रोबायोटिक्स से मिलने वाले फायदे – Benefits Of Probiotic
* गुड बैक्टीरिया बनाने मे मदद करता है।
* गुड बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाता है।
* गट हेल्थ को सुधारता है।
* गट को हेल्दी रखता है।
* एंटीबायोटिक दवाओं का असर कम करने मे सक्षम।
* गैस्ट्रिक इश्यूज जैसे एसिडिटी, गैस, कब्ज़ को कम करता है।
* पाचन विकारों मे फायदेमंद।
* इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षणों को कम करता है।
* रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है।
* बैड बैक्टेरिया को कम करके एंटी बॉडीज को बढ़ाता है।
* फैट लॉस मे फायदेमंद।
* वजन कम करने मे फायदेमंद।
* कई प्रोबायोटिक्स मे विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे स्किन को फायदा मिलता है।
* प्रोबायोटिक्स सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाता है जिससे दिमाग के समस्याओं मे फायदा होता है।
* कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
* डायबिटीज कम करने मे फायदेमंद।
प्रीबायोटिक से मिलने वाले फायदे – Benefits Of Prebiotic
* प्रीबायोटिक बैड बैक्टीरिया को कम करते है।
* प्रीबायोटिक्स गुड बैक्टीरिया को हेल्दी बनाते है।
* मोटापे से बचाते है।
* कैल्शियम और आयरन का लेवल बढ़ाते है।
* हड्डियों के लिए फायदेमंद।
* प्रीबायोटिक मेटाबोलिज्म बूस्ट करने मे मदद करते है।
* प्रीबायोटिक फूड्स गट हेल्थ को सपोर्ट करता है।
* प्री बायोटिक के सेवन कब्ज़ से राहत मिलती है।
* टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद होता है प्रीबायोटिक।
* क्रोनिक इन्फ्लेमेशन को दूर करने मे फायदेमंद होता है।
* इन्फ्लेमेशन को होने से रोकता है जिससे कैंसर और हार्ट से जुड़ी समस्याओं मे फायदा मिलता है।
* प्री बायोटिक मे फाइबर अधिक मात्रा मे होने से ये स्टमक कैंसर की संभावना को कम करते है।
* बोन डेंसिटी को बढ़ाता है।
प्रोबायोटिक्स के पदार्थ – Probiotic Foods
* दही
* इडली
* ढोकला
* मेदुवडा
* दही
* छांछ
* सेब का सिरका
* पनीर
* कांजी
* बीटरूट कांजी
* डोसा
* सोया मिल्क
* चीज़
* आचार
* मुरब्बा
* किमची
* केफ़िर
* कोम्बुचा
प्री बायोटिक्स पदार्थ – Prebiotic Foods
* लहसुन
* प्याज
* प्याज का आचार
* केला
* सेब
* सब्जियां
* अलसी
* मटर और बीन्स
* शतावरी
* कोको
* अटीचोक
* लीक
पेट मे गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए प्रीबायोटिक्स(prebiotic) और प्रोबायोटिक्स(probiotic) दोनों ही का सेवन आवश्यक होता है। गट को हेल्दी बनाने के लिए आज से ही डाइट मे दोनों का इस्तेमाल करना शुरू कर दे।
यहां और पढ़ें: क्या है प्रीबायोटिक्स जाने इससे मिलने वाले फायदे और स्त्रोत के बारे मे
