Isabgol एक ऐसी औषधी जिसे प्रकृति ने इंसानों के लिए एक वरदान के रूप मे दिया है। कुदरत की इंसान को दी हुई सबसे चमत्कारी चीजों मे से एक है। इसबगोल पूरी तरह से प्राकृतिक है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, कई जगह पर इसे सुपर फूड या सुपर मेडिसिन भी कहा जाता है। ईसबगोल प्लांटागो ओवाटा नाम की भूसी से बनता है, जिसे अंग्रेजी मे साइलियम हस्क (psyllium husk) और आयुर्वेद मे इसे अश्वकर्णा कहा जाता है | ईसबगोल नाम यह फारसी शब्द से निकला है जिसका अर्थ ‘घोड़े का कान’ होता है क्योंकि इसके पत्ते इसी आकृति के होते है.

ईसाबेल क्या है – What is isabgol?
ईसबगोल प्लांटागो ओवाटा नामक एक पौधे की भूसी होती है, जो देखने मे बिल्कुल गेहूं के पौधे जैसा ही होता है। ईसबगोल की तासीर ठंडी होती है। भारत मे इसबगोल का उत्पादन मुख्य तौर पर गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश में लिया जाता है। ईसबगोल का इस्तेमाल हर उम्र के लोग कर सकते हैं इसका मुख्य घटक फाइबर होता हैं जो पेट से संबंधित परेशानी मे काम आता है। आजकल की खराब जीवन शैली और खराब खानपान के कारण पाचन तंत्र पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है जिससे कब्ज़, एसिडिटी, बवासीर जैसी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो कि शरीर मे अपर्याप्त मात्रा मे फाइबर की कमी के कारण होता है। Isabgol इन सारी दिक्कतों पर एक रामबाण उपाय हो सकता है.
जानते है इसबगोल के फायदे – Isabgol Benefits in Hindi
कब्ज़ से दिलाए राहत
सौ तरह के रोगों का मूल कारण होता हैं कब्ज़, इसबगोल मे सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल दोनों फाइबर होते हैं जिसके कारण यह सबसे पावरफुल और नैचुरल लेक्सेटिव बन जाता हैं। इसबगोल बाउल मूवमेंट को रेगुलेट करके ये मल को सॉफ्ट बनाता हैं जिससे मल त्यागने मे भी आसानी होती है। इंटेस्टाइन को साफ करता है जिससे कि पेट से सारे टॉक्सिंस भी बाहर निकल जाते है.
कैंसर को रोकता है
Isabgol कैंसर को रोकता है खासकर कोलोरेक्टल कैंसर और बाउल कैंसर, WHO के अध्ययन मे यह पाया कि कोलोरेक्टल कैंसर ये सबसे आम कैंसर हो गया है जो एशियन देशों मे सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाली बीमारी है जिसका मुख्य कारण है शरीर मे अपर्याप्त मात्रा मे फाइबर की कमी, ईसबगोल के एक चम्मच मे पांच ग्राम फाइबर होता है।और कोलोरेक्टल और बाउल कैंसर को रोकने के लिए फायदेमंद है इसबगोल.
गैस्ट्रिक प्रॉब्लम्स
इसबगोल ये एंटी फ्लोचरेट होता है यह एंटी फ्लोचरेट एसिड को एब्जॉर्ब करने की ताकत रखता है। किसी भी प्रकार की गैस्ट्रिक समस्या हो, हाइपर एसिडिटी हो उन सब मे लाभकारी होती हैं.
डाइजेशन के लिए अमृत
इसबगोल मे नैचुरल कूलिंग इफेक्ट होते है जो पेट की गर्मी को कम करने मे काफी मदद करती है। आधे से ज्यादा बीमारियां तो पेट की बढ़ी हुई गर्मी के कारण ही होती हैं इसबगोल पेट की गर्मी को संतुलित रखता है। इसबगोल बाजार मे मिलने वाले अन्य प्रोडक्ट की तुलना मे एक प्राकृतिक प्री बायोटिक है जो हमारे गट के गुड बैक्टेरिया को प्रमोट करता है। जिससे हमारे मेटाबोलिज्म को बढ़ाके डाइजेशन को और भी ज्यादा बेहतर बनाता हैं.
डायबिटीज मे फायदेमंद
इसबगोल मे नैचुरल जिलेटिन होता हैं जो शरीर में ग्लूकोज को स्लो कर देता है। एक अध्ययन मे यह सिद्ध किया गया कि इसबगोल इंसुलिन के स्राव को प्रॉपर कर देता है। जिससे ब्लड शुगर को नॉर्मल करने मे काफी मदद मिलती हैं.
कोलेस्ट्रॉल के लिए फायदेमंद
इसबगोल के अंदर एक हाइपोक्लोरिक गुण होता हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण मे रखता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए इसबगोल को दो ग्लास पानी के साथ दस ग्राम तक इस्तेमाल कर सकते है.
हार्ट अटैक मे फायदेमंद
हार्ट अटैक का मुख्य कारण यह है कि हमारे खून मे ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर लगातार बढ़ रहा है, यदी ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ गया तो वह हार्ट डीजीस या हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ा देता है। इसबगोल ट्राइग्लीसेराइड को नियंत्रण मे रखता है और दिल को भी स्वस्थ रखता है। हालांकि इसबगोल को लेना सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके ज्यादा मात्रा मे सेवन करने से पेट दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है.
फैट लॉस मे ईसबगोल :
ईसबगोल वेट लॉस मे एक प्राकृतिक सप्लिमेंट है। ईसबगोल हमारे एपिटाइट को कंट्रोल में रखता है जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है.
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ईसबगोल के नुकसान
इसबगोल वैसे तो पूरी तरह से प्राकृतिक, शुद्ध एवं सुरक्षित होती है लेकिन कुछ लोगों मे इसके सेवन से पेट में गैस और दर्द जैसी स्थिति हो सकती है। ईसबगोल का सेवन करते समय अगर पर्याप्त मात्रा मे पानी का उपयोग नहीं किया गया तो यह आंतों मे अवरोध पैदा कर सकता है। इसीलिए इसका सेवन करते समय एक से दो ग्लास अधिक पानी पीना जरूरी होता हैं चुकीं इसमें सॉल्यूबल और इन सॉल्यूबल दोनों तरह के फाइबर होते है जो पानी का शोषण करते है.
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