Energy boosting tips: कमजोर पाचन और दूषित पर्यावरण के कारण ऊर्जा शक्ति की कमी आज हर किसी मे देखने को मिलती है।

खराब जीवन शैली जिसका सीधा असर हमारे सेहत पर पड़ता है। इसके संकेत हमें सबसे पहले थकान, कमजोरी के रूप मे दिखाई देने लगते है। आजकल के खराब जीवन शैली और अनहेल्दी खानपान के कारण शरीर मे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जिससे शरीर की एनर्जी लेवल कम हो जाती है। सुबह उठते ही बहुत से लोगों को थकान और कमजोरी महसूस होती है। ऊर्जाशक्ति के कमी के कारण पूरे सेहत पर ही असर पड़ता है, जिससे काम और दिन भर की दिन चर्या पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। साथ ही यह आपके प्रोडक्टिविटी को भी कम कर देता है। साथ ही यह आगे चलकर किसी गंभीर रोगों का कारण भी बन सकता है। दिनभर अगर फुर्तीला बना रहना है तो इसके लिए सुबह की शुरुआत सही होना जरूरी होती है। सुबह की अच्छी शुरुआत ही पूरे दिन एनर्जी बनाए रखने मे सहायता करती है। इससे पहले दिन से ही आप अपने ऊर्जा मे फर्क महसूस करेंगे।
एनर्जी बढ़ाने के तरीके (Energy boosting tips)
1. सुबह उठते ही एक ग्लास पानी (luke warm water)
रात भर सोने के बाद शरीर को सुबह हाइड्रेट करने की जरुरत होती है। इसलिए आयुर्वेद मे सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीने के सलाह दी जाती है। सुबह की पहली लार पेट को साफ रखने के लिए और शरीर के टॉक्सिंस बाहर निकालने के लिए काफी लाभकारी होती है। इसके लिए उकड़ू बैठकर आराम से घुट-घुट करके पानी पिए।
2. फिजिकल एक्टिविटी करे
दिन भर एक्टिवेट रहने के लिए सुबह रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करना जरूरी होता है। रोज सुबह योगासन और स्ट्रैचिंग करने से मांसपेशियों की स्ट्रैंथ बढ़ती है।
3. प्राणायाम (deep breathing)
एनर्जी लेवल(Energy levels) को बढ़ाने के लिए शरीर को अति ऑक्सीजन युक्त पर्यावरण की जरूरत होती है। शरीर मे ऊर्जा और एनर्जी का संचार करने के लिए शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यही ऑक्सीजन ब्लड फ्लो को और रेड ब्लड सेल्स को प्रभावित करती है। सुबह अगर सिर्फ 30 मिनट भी प्राणायाम किया जाए तो पूरे दिन ऊर्जावान महसूस होता है।
4. धरती से जुड़े रहो (connect earthing)
धरती के साथ जुड़े रहने से, जमीन पर नंगे पांव चलने से शरीर से बहुत सारे फ्री रैडिकल्स खत्म होने लगते है। बहुत से इन्फ्लेमेशन खत्म होने लगते है जो थकान, कमजोरी और आलस्य का कारण होते है।
5. माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की कमी
खराब जीवन शैली और अनहेल्दी खानपान के कारण हमारे शरीर को जरूरी न्यूट्रीशन मिल नहीं पाते, दिन भर चुस्त और दुरुस्त रहने के लिए शरीर को जरूरी न्यूट्रीशन आवश्यक होते है। जिसके लिए ड्राई फूड्स, चिया सीड्स, अंडा, पनीर, केला, दूध जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
6. मालिश (Massage)
आयुर्वेद मे मालिश को अभ्यंगा कहा जाता है। स्ट्रेस को खत्म करने के लिए आयुर्वेद मालिश करने के सलाह दी जाती है। मालिश स्किन को बेहतर बनाती है, ब्लड प्रेशर को रेग्यूलेट करती है, मांसपेशियों की कठोरता को कम करती है। मसाज करने से सेल्स तक ऑक्सीजन की सप्लाई प्रॉपर तरीके से होती है।
7. वॉकिंग
कई सारी अध्ययन मे यह पाया गया कि तनाव को कम करने के लिए पैदल चलना सबसे अच्छा व्यायाम है। पैदल चलना दिमाग और स्टैमिना दोनों के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है।
8. हल्का खाना खाइए (light meal)
जितना ज्यादा हम भारी खाना खाते है शरीर को खाने को पचाने मे उतनी ही मेहनत करनी पड़ती है। खाने मे जितने ज्यादा फैट्स, कार्ब और फाइबर होंगे शरीर को उस खाने को पचाने मे उतना ही समय लगेगा और उतनी ही मेहनत भी करनी पड़ेगी। खासतौर पर रात के समय मे भारी खाना नहीं लेना चाहिए क्योंकि रात के खाने मे यह पूरी बॉडी को ही सख्त बनाता है। रात के समय मे मेटाबोलिज्म स्लो हो जाता है, पाचन शक्ति कमजोर होती है।
9. डाइजेशन (improve Digestion)
हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है खाने को अच्छेसे पचाने से लेकिन हमारा मेटाबोलिज्म सही नही हुआ तो खाना अंदर ही सड़ने लगता हैं। अगर मेटाबोलिज्म सही नही रहा तो कितना भी खा ले शरीर को खाने से जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाएंगे। इसलिए अपने मेटाबोलिज्म और डाइजेशन को सुधारे एनर्जी लेवल अपने आप ही बूस्ट होने लगेगी।
10. मुनक्का (Raisins)
भीगे हुए मुनक्का खाने से एनर्जी लेवल्स बढ़ने लगते हैं। मुनक्के मे विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा मे होते है। रोज भीगे हुए मुनक्का खाने से दिनभर ऊर्जावान महसूस होता है। मुनक्का शारीरिक और मानसिक थकान दूर करने के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
11. तनाव (stress)
तनाव हमारे पुरे एनर्जी लेवल(energy levels) को कम कर देता है। तनाव के कारण शरीर पर नेगेटिव इफेक्ट्स होने लगता है।
12. विटामिन बी12 से भरपूर फूड्स
शरीर मे विटामिन बी12 की कमी के कारण लोगों पर इसका बुरा असर पड़ने लगता है। इसके कमी से तनाव, चिड़चिड़ापन, एंजाइटी और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने लगता है। विटामिन बी12 फूड्स से शरीर मे दिन भर एनर्जी(Energy) बनी रहती है। इसके लिए आप टूना मछली, साल्मन, फैटी फिश जैसी मछलियों का सेवन कर सकते है। इसके अलावा दूध, अंडे, डेयरी प्रोडक्ट मे भी बी12 होता है। जो तनाव, चिंता और मानसिक स्थिति को सुधारते है।
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