Sun Charged Water : धूप मे रखा पानी ऐसे बन जाता है अमृत, जाने आयुर्वेद के अनुसार इसके फायदे

Sun Charged Water को आयुर्वेद मे अमृत के समान माना गया है। धूप मे रखा गया पानी शरीर को हील बनाने का काम करता है|

Sun Charged Water
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सन चार्ज्ड वाटर (Charged Water)
आयुर्वेद मे शारिरिक विकारों से लड़ने के लिए और बीमारियों के रोकथाम के लिए तरह-तरह के उपचारों के बारे मे विश्लेषण किया गया है। आयुर्वेद मे वर्णित कुछ चीजों को चमत्कार तो कुछ चीजों को अमृत के समान माना गया है। इन्हीं मे एक है सन चार्ज्ड वाटर आयुर्वेद मे पानी पीने के विषय मे कई नियमों के बारे मे बताया गया है। Sun Charged Water सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। सन चार्ज्ड वाटर को सूर्य जल चिकित्सा के रूप मे भी जाना जाता है। लेकिन जानकारी के अभाव के कारण लोग इस अमृत के समान सन चार्ज्ड वाटर का फायदा उठा नहीं पाते|

क्या होता है सन चार्ज्ड वाटर? (What is sun Charged Water)
नाम से हि पता चलता है कि सूरज के किरणों से तैयार किया गया पानी याने सन चार्ज्ड वाटर, आयुर्वेद के अनुसार सूरज की किरणों मे सात प्रकार के रंग होते है और इसके हर रंग का शरीर पर कोई ना कोई प्रकार से प्रभाव पड़ता है। इन्हीं रंगों का सेहत पर होने वाले प्रभाव को सूर्य जल चिकित्सा (sun charged water) कहा गया है। आयुर्वेद मे इसी सन चार्ज्ड वाटर का इस्तेमाल कई तरह के बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। सन चार्ज्ड वाटर कई प्रकार से शरीर को प्रोटेक्ट करने का काम करता है.

सन चार्ज्ड वाटर के फायदे (Sun Charged Water Benefits)
हमारे शरीर मे 7 चक्र होते है और यह 7 चक्र किसी ना किसी रंग से जुड़े हुए होते है। हमारा शरीर मन, बॉडी और आत्मा का एक संयोजन है। अगर हम इसके साथ एनर्जी को भी जोड़ देते है तो बीमारियों को दूर करने के लिए इन यह चार चीजों का एक अच्छा कॉम्बिनेशन हो सकता है। यदि रोगों को शरीर से बाहर निकालना है तो उपचारों के साथ-साथ उसके एनर्जी लेवल पर भी काम किया गया तो ये एनर्जी अनेक रोगों को हमेशा के लिए खत्म कर सकती है। हमारे चक्र साथ रंगो से बने होते है और सूरज कि किरणों मे भी अलग अलग साथ रंग होते है। यह साथ रंग खराब पानी को भी शुद्ध करने का काम करते है। सूरज की किरणों मे पानी को रखने से इसके गुण पानी मे समाविष्ट हो जाते है। सूरज कि किरणों के कारण पानी का माइक्रोबियल लोड कम हो जाता है.

1. त्वचा और आखों के लिए फायदेमंद
सूरज की किरणों मे रखा गया पानी स्किन और आखों के लिए काफी लाभकारी होता है। सन चार्ज्ड वाटर से स्किन और आखों से जुड़ी समस्याएं जैसे सन बर्न, मुंहासे, निस्तेज चेहरा, आंखों का लाल होना जैसे अन्य स्थितियों मे इसका अच्छा लाभ मिलता है। पानी को सूरज के रोशनी मे रखने से इसमें सोलराइज्ड वाटर के गुण मिल जाने से इसमे एंटी बैक्टिरियल और एंटी फंगल की गुणवत्ता आ जाती हैं जो स्किन और आखों के लिए काफी लाभकारी होती है। इस पानी से चेहरा और आंखों को साफ करने से अच्छा फायदा मिलता है.

2. पाचन शक्ति मजबूत होती है
सोलराइज्ड वाटर यानी sun charged water से पाचन शक्ति मजबूत करने मे बहुत फायदा मिलता है। सन चार्ज्ड वाटर आमाशय को मजबूत करके भूख अग्नि को तेजी से बढ़ाता है। जिससे एसिडिटी, अपचन, गैस्ट्रिक इश्यूज, पेट का अल्सर जैसे अन्य समस्याओं मे फायदा मिलता है.
3. चेहरे को निखारता है
सूरज कि किरणों मे पानी रखने से पानी मे एंटी बैक्टिरियल और एंटी फंगल गुण समाविष्ट हो जाते है। जिससे स्किन कि एलर्जी, सन बर्न, मुंहासे, लालिमा, रैशेज को ठीक के करने के लिए सन चार्ज्ड वाटर बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे चेहरा साफ करने से चेहरे पर की डलनेस दूर हो जाती है और चेहरे की चमक भी बढ़ती है.
4. बच्चों के लिए फायदेमंद
छोटे बच्चों के लिए सन चार्ज्ड वाटर बहुत लाभकारी होता है। सूरज की किरणों मे रखा गया पानी बच्चों की रोगप्रतिकार शक्ति को मजबूत करता है। जिससे बार बार होने वाले सर्दी, जुखाम मे मदद मिलती है और बिस्तर मे पेशाब करने करने की समस्या मे भी सुधार होता है.
कैसे बनता है सन चार्ज्ड वाटर? 
Sun charged water को बनाना बहुत आसान है। बहुत आसान तरीके से आप घर पर ही इसे बना सकते है। सन चार्ज्ड वाटर को बनाने के लिए सबसे पहले आप एक सफेद रंग की कांच की बोतल मे पानी भरकर दिन मे धूप मे रख दे। इस पानी को चार्ज होने की लिए करीब 8 घंटे का समय लगता है इसलिए इसे धूप के लगभग 8 घंटे के लिए छोड़ दे। 8 घंटे बाद इस पानी को फ्रिज मे बिलकुल भी ना रखें सिर्फ रूम टेंप्रेचर मे ही रखे। इस पानी का इस्तेमाल बिलकुल दवाई की तरह यानी सीमित मात्रा मे करे। रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पानी का सेवन करें

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